Saturday, September 14, 2013

              मोबाइल स्विच ऑफ़ है 


''इस वक्त उपभोक्ता का मोबाइल स्विच ऑफ़ है '' सिर्फ ये एक वाक्य ही काफी है किसी रिश्ते के प्रगाढ़ होने की खुशफहमी की धज्जी उड़ाने के लिए . तकनीक हर रिश्ते पर भारी है .मिनटों में बने रिश्ते सैकेंडस में दूर नज़र आते है यदि ये तकनीक की पुल पर बने हों .ज़माने से भी बड़ी दिवार है ये ब्रह्मवाक्य '' net is not working ,out of coverage area ,busy,switched off ''. इन उदघोषणाओं से जूझने की ताकत किसी में नहीं .

सर जी !!!! रिश्ते तो वो हैं जिसे हाथ बढाते ही हम छू लें ....साँसों की तरह .


[ कल्याणी कबीर 

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